Posts

Showing posts from June, 2012

Teen maut || rahul raj renu ||तीन मौत || राहुल राज रेणु || part-1

Image
                                                                 -ःतीन मौतः-                                                                                                        -राहुल राज रेणु    रात का खाना खाने के बाद थोड़ी बहुत खाना बच जाती थी। उस खाने को सुलोचना बाहर बरामदा पर रख जाती थी।    “सुलोचना कटिहार के सबसे धनी लाला का दुलारी बेटी थी। सुलोचना के पिता जी इज्जतदार व्यक्ति थें।उनके घर में तीन ही आदमी का बसेरा रहता.....माँ-पिता जी और सुलोचना।सुलोचना का एक बड़ा भाई बैंगलोर में ईंजीनियर  की पढ़ाई कर रहा है।सुलोचना बी0एस0सी की छात्रा हैं।”   सोमवार की रात को सुलोचना खाना खाने के बाद बाहर बरामदे पर खाना कुत्तों को खाने रख गईं।सोने के कुछ देर बाद अचानक  उनको याद आई कि अँगुठी भी वह बाहर ही छोड़ गई हैं।उलटे पाँव वह वापस बाहर आने लगी ,उसने देखा कि एक आदमी काॅफी बुरी तरह से फटी-चिटी गंदी कपड़ा पहना हुआ ।सर की बड़ी-बड़ी भद्दी बाल,दाड़ी भी बड़ी पुरा गंदा दिख रहा था।सुलोचना काॅफी डर गई...वह व्यक्ति भी ठंड से सिकुड़ रहा था। ठंड से उनके हाथों से वह जुठा खाना खाया नही जा रहा था।सुलोचना भिखारी स

Teen maut || rahul raj renu ||तीन मौत || राहुल राज रेणु || part-3

Image
         राजीव और सुलोचना सबसे बचते-बचाते हुए धिरे-धिरे घर से निकल गए।दोनों ने रामेश्वर  के घर पर पहुँचकर,दरवाजा जोर से ढकेलने लगा।फिर भी रामेश्वर  नही उठ रहा था।     जब रामेश्वर  उठा तो उसने जोर की आवाजों में कटु वचन बोलने लगा-कौन है ? इतनी रात को निंद खराब करने चले आते है। घर में कोई काम-धन्ना नही मिलता है क्या...?(ऐसा रामेश्वर  जानबुझकर बोल रहा था।) रामेश्वर  दरवाजा खोला....अरे राजीव !इतनी रात को तुम यहाँ..?  हाँ...रामेश्वर  तुम्हें तो आज की बात याद ही होगी...!           कौन सी बात ?(तभी रामेश्वर  की नजर लाल जोड़े से सजी सुलोचना पर गईं) ओ.........!माफ करना मेरे दोस्त।       मैंने तुम्हारे लिए सारी इन्तजाम किया था,मगर सोनु जी ने मुझसे कुछ रूपयें उधार माँग लिए। तुम तो जानते हो ,कोई नाकार नही  सकता और मैं उस वक्त उसे कैसे मना कर सकता था।इस लिए मैंने...............।        अब हम दोनो का क्या होगा दोस्त...! मैं कही दुर भी नहीं जा सकता क्योंकि मेरी सारी उम्मीदें तुम्हारे उपर था।अगर हम दोनो आस-पड़ोस में रहते है तो इनके परिवार वाले हमलोगों को ढुंड लेगें।         फिर तो एक उपाय है।  

Teen maut || rahul raj renu ||तीन मौत || राहुल राज रेणु || part-2

Image
(दरअसल राजीव और सुलोचना दसवीं कक्षा में साथ-साथ पढ़े थें।राजीव अपने समय में क्लास में सबसे तेज स्टुडेन्ट था। जानने की बात यह है कि दसवीं में राजीव सुलोचना को  बहुत प्यार करता था और वह अपनी प्यार का इजहार भी सुलोचना के सामने किया था। पार्ट -1  link    https://rahulrajrenu.blogspot.com/2012/06/teen-maut-rahul-raj-renu.html                                लेकिन सुलोचना ने राजीव को यह कहके दिल तोड़ दी थी ,कि तुम्हारे पास कोई भी प्रसानालिटी नही है, इसलिए तुम मेरे लायक कभी हो ही नही सकते हो।    फिर भी राजीव सुलोचना  के प्यार में पागल सा हो गया था। सुलोचना को ये सारी बात मालूम रहती थी।फिर भी उनका मन राजीव की और आकृष्ट नही हो रही थी।  राजीव उस समय से क्लास में रोज नए-नए स्टाईल में नजर आ रहा था।दोस्तों के पीछे भी काॅफी पैंसा उड़ता था।क्लास में वह अब दुर-दुर की बड़ी बातें करता रहता था। ऐसा प्रतीत हो रहा था,जैसे वह बहुत ही अमीर बाप का बेटा हो । फिर भी सुलोचना राजीव के गिरफ्त में नही आईं।        कुछ दिन इसी तरह बितता गया।इमत्हान का समय आ गया।सभी इमत्हान भी  भी दे चुके थें।     टीचर ने एक लड़क

Teen maut || rahul raj renu ||तीन मौत || राहुल राज रेणु || part-1

Image
                                                                 -ःतीन मौतः-                                                                                                        -राहुल राज रेणु    रात का खाना खाने के बाद थोड़ी बहुत खाना बच जाती थी। उस खाने को सुलोचना बाहर बरामदा पर रख जाती थी।    “सुलोचना कटिहार के सबसे धनी लाला का दुलारी बेटी थी। सुलोचना के पिता जी इज्जतदार व्यक्ति थें।उनके घर में तीन ही आदमी का बसेरा रहता.....माँ-पिता जी और सुलोचना।सुलोचना का एक बड़ा भाई बैंगलोर में ईंजीनियर  की पढ़ाई कर रहा है।सुलोचना बी0एस0सी की छात्रा हैं।”   सोमवार की रात को सुलोचना खाना खाने के बाद बाहर बरामदे पर खाना कुत्तों को खाने रख गईं।सोने के कुछ देर बाद अचानक  उनको याद आई कि अँगुठी भी वह बाहर ही छोड़ गई हैं।उलटे पाँव वह वापस बाहर आने लगी ,उसने देखा कि एक आदमी काॅफी बुरी तरह से फटी-चिटी गंदी कपड़ा पहना हुआ ।सर की बड़ी-बड़ी भद्दी बाल,दाड़ी भी बड़ी पुरा गंदा दिख रहा था।सुलोचना काॅफी डर गई...वह व्यक्ति भी ठंड से सिकुड़ रहा था। ठंड से उनके हाथों से वह जुठा खाना खाया नही जा रहा था।सुलोचना भिखारी स